Holi Kavita in Hindi
Holi Kavita in Hindi – हिन्दी में होली की कविता

hindi mein holi ki kavita –
रंगों का त्योहार होली – होली का त्योहार खुशियों से भरे रंगों का त्यौहार है। जिस तरह रंग किसी चित्र में सुंदरता भर देते हैं, उसी तरह होली के ये रंग जीवन में खुशियां भर देते हैं। शुभकामनाओं के संदेश के साथ आप अपने शुभचिंतकों को और भी खुशहाली भरे पल दे सकते हैं, होली की शुभकामनाएं आपके मन में उठ रहे भावनाओं को प्रकट करने एवं उसे और बेहतर तरीके से अपने चाहने वालों तक पहुंचाने का एक माध्यम बन सकता है। आप इन कविताओं के साथ अपने मित्रों एवं परिवार जनों को इस त्यौहार के उपलक्ष में बधाई संदेश भेज सकते हैं।
मथुरा की खुशबू, गोकुल की हार,
वृंदावन की सुगंध, बरसाने की फुहार,
राधा की उम्मीद, कान्हा का प्यार,
मुबारक हो आपको, होली का त्योहार!!!
रंगों भरी पिचकारी, रंगों भरे गुब्बारे,
गुजिया और मिठाइयों की हो भरमार,
ठंडई और भांग से भरा हो हर गिलास,
ऐसा है हमारा रंगों भरा त्यौहार,
होली मुबारक!!!
रंगों की वर्षा, गुलाल की फुहार,
सूरज की किरणें, खुशियों की बौछार,
चन्दन की खुशबु, अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार,
पूर्णिमा का चाँद, रंगो की डोली
चाँद से उसकी, चांदनी बोली
खुशियों से भरे, आपकी झोली
मुबारक हो आपको, रंग-बिरंगी होली !
तुम अपने रँग में रँग लो तो होली है।
देखी मैंने बहुत दिनों तक
दुनिया की रंगीनी,
किंतु रही कोरी की कोरी
मेरी चादर झीनी,
तन के तार छूए बहुतों ने
मन का तार न भीगा,
तुम अपने रँग में रँग लो तो होली है (हरिवंश राय बच्चन)
साजन! होली आई है!
सुख से हँसना
जी भर गाना
मस्ती से मन को बहलाना
पर्व हो गया आज-
साजन! होली आई है!
हँसाने हमको आई है!
साजन! होली आई है!
इसी बहाने
क्षण भर गा लें
दुखमय जीवन को बहला लें
ले मस्ती की आग-
साजन! होली आई है!
जलाने जग को आई है! (फणीश्वर नाथ रेणु)
उपरोक्त पंक्तियों को अलग अलग वेबसाईट से संकलित किया गया है। ये पंक्तियां जिनके हैं ये पूरी तरह से उनको ही समर्पित हैं।